शादी की अजीबोगरीब परम्पराएं आपको हैरान कर देंगी

आइए, आपका, इंतजार था। जी हां। हम जानते हैं दोस्तों, आपके मन में यही गीत चल रहा होगा। आप इंतजार कर रहे होंगे कि कब हम नई जानकारी से भरा लेख आपके लिए लाएंगे। तो लीजिए, इंतजार की घड़ियां खत्म हुईं। हम हाजिर हैं आपके बीच कुछ और रोचक तथ्यों को लेकर। आज हम जो बात आपसे शेयर करने जा रहे हैं वो जुड़ा है शादी की परम्पराओं से। शादी हमारे जीवन का एक महत्वपूर्ण अंग होता है। शादी में एक जोड़ा ही नए रिश्तों में नहीं बंधता, बल्कि दो परिवारों का भी सात जन्मों का संबंध आपस में बंध जाता है। हमारे देश में शादी को लेकर ऐसी कई सारी मान्यताएं और परंपराएं प्रचलित है जो आज तक रहस्य बनी हुई हैें कि इनमें वाकई कोई सच्चाई है भी या नहीं।

1. बंगाल की शादी

दोस्तों, आप में से बहुत से लोग ये जानते होंगे कि बंगाल राज्य अपनी माछी भात और मिश्ठी डोई के लिए पूरी दुनिया में फेमस है। दूर दराज से लोग यहां के खाने का स्वाद चखने आते हैं। बंगाल की पहचान केवल वहां पर मिलने वाले स्वादिष्ट व्यंजनों के कारण ही नहीं है बल्कि हर यह अपनी विशेष परंपराओं के लिए भी जाना जाता है। दरअसल यहां पर एक ऐसी परंपरा है जिसे जानकर आप हैरान हो जाएंगे। इस परंपरा के मुताबिक यहां पर होने वाली शादी में चाहे हो लड़के की हो या फिर लड़की की, मां उस शादी समारोह में नहीं जाती है। वो घर पर ही रहती है। यहां के लोगों का ऐसा मानना है कि अगर बेटे या बेटी की मां शादी समारोह में गई तो इसका सीधे तौर पर बुरा असर बच्चों की शादीशुदा जीवन पर पड़ता है। उनकी लाईफ में कई सारी प्राॅब्लम्स आ सकती हैं। यहां तक कि तलाक की नौबत तक आ सकती है। अब ये मानना आखिर कहां तक सही है हमें कमेंट करके बताएं।

2. महाराष्ट्र की शादी

दोस्तों, महाराष्ट्र में शादी समारोह के दौरान एक अनोखी परंपरा निभाई जाती है। यहां पर दुल्हन का भाई शादी के दौरान रस्म के तौर पर दूल्हे का यानी अपने जीजा का कान मरोड़ता है। स्थानीय लोगों के अनुसार इसके पीछे का कारण यह है कि भाई अपनी बहन से बहुत प्यार करता है। पूरी दुनिया में भाई बहन से पवित्र रिश्ता नहीं होता है। भाई चाहता है कि वो जहां भी, जिस घर में भी जाए, जिसके भी साथ रहे, उसका पति उसे खुश रखे और उसका ख्याल रखे। अगर शादी के बाद दूल्हे ने उसकी बहन का अच्छे से ख्याल नहीं रखा तो उसे ये कान मरोड़ना उसका ख्याल रखने की याद दिलाता रहेगा।

3. उत्तर प्रदेश की शादी

अब आपको एक ऐसी परंपरा के बारे में बताते हैं जिसे जानकर एक बार तो आपको हंसी आ ही जाएगी। दोस्तों, उत्तर प्रदेश में आज भी कई इलाके ऐसे हैं जहां पर आदिवासियों का वास होता है। इन्ही में से एक इलाका है सरसौल। जितना अजीब इस इलाके का नाम है उतना ही अजीब यहां की शादी की रस्में हैं। दरअसल, यहां पर एक परंपरा का प्रचलन है कि जब दूल्हा बारात लेकर घर पहुंचता है तो उसका स्वागत आरती की थाली से उसकी आरती करके नहीं किया जाता बल्कि उस पर टमाटरों की बरसात की जाती है।

4. मणिपुर की शादी

अब बारी आती है मणिपुर की शादी की परंपराओं की। दोस्तों परंपराएं हीं किसी भी राज्य को दूसरे राज्यों से अलग करती हैं। उस राज्य की विशेष पहचान उन परंपराओं और वहां मनाए जाने वाले विभिन्न त्यौहारों से ही होती है। मणिपुर में शादी को लेकर एक विशेष परंपरा प्रचलित है। यहां पर दूल्हा और दुल्हन को पास ही के तालाब में  दो मछलियों को स्थापित करने के लिए कहा जाता है। परंतु मछली का तैरना अनिवार्य होता है। अगर मछली तैरती रहती है तो यह वैवाहिक जीवन के लिए शुभ माना जाता है। कहते हैं इससे शादीशुदा जीवन स्वर्ग के समान हो जाता है। शादी के बाद ढेरों खुशियां आती हैं।

5. बिहार की शादी

फ्रेंड्स, अब आपको बताते हैं बिहार में प्रचलित शादी की परंपरा के बारे में। हमें यकीन है इस परंपरा के बारे में जानकर बहुत सी युवतियों को विश्वास नहीं होगा मगर यहां जो भी नई नवेली दुल्हन बनकर आती है उसे यह परंपरा निभानी ही पड़ती है। वो परंपरा यह है कि नई दुल्हन को घर में प्रवेश करने से पहले अपने सिर पर रखे हुए बर्तन को बैलेंस करना पड़ता है। इतना ही नहीं, उसे बिना अपने सिर का बर्तन गिराए अपने से बड़ों और बुजुर्गों के पैर छूकर आशीर्वाद लेना पड़ता है।

6. मल्याली शादी

जैसा कि आप सब जानते हैं कि शादी तब सम्पन्न मानी जाती है जब दूल्हा और दुल्हन अग्नि के सात फेरे लेते हैं। परंतु हम आप को एक ऐसी शादी की परंपरा के बारे में बता रहे हैं जिसे जानकर आप दांतो तले उंगली दबाने पर मजबूर हो जाएंगे। दरअसल, मल्याली शादियों में दूल्हा और दुल्हन अग्नि के केवल तीन ही फेरे लेते हैं और शादी सम्पन्न मानी जाती है।

7. असम की शादी

दोस्तों, क्या आप जानते हैं, भारत में एक ऐसा राज्य भी है जहां पर शादी के लिए फेरों का होना जरूरी नहीं होता। सुनने में आपको थोड़ा सा अजीब लग रहा होगा लेकिन ये सच है। यहां पर होने वाली शादी में दूल्हा-दुल्हन आपस में मालाओं का आदान-प्रदान करते हैं। बस इसे ही शादी को सम्पन्न मान लिया जाता है। इसके बाद वहां मौजूद सभी लोगों को दावत दी जाती है। इसमें दूल्हा-दुल्हन खाना परोसते हैं।

8. गुजरात की शादी

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दोस्तों, अब गुजरात की शादी की परंपरा के बारे में भी जान लीजिए। यहां पर ऐसी प्रथा है जिसे जानकर आप अपनी हंसी कंट्रोल नहीं कर पाएंगे। आपको बता दें कि इस शादी में एक अनोखी परंपरा निभाने का प्रचलन है जो कई वर्षों से चली आ रही है। यहां पर शादी में आर्ती करने के बाद दुल्हन की मां दामाद की नांक खींचती है।

9. पंजाबियों की शादी

दोस्तों, पंजाबियों की शादी वाकई देखने लायक होती है। पंजाबियों का दिल बहुत बड़ा होता है और वो दिल खोल कर हर चीज़् में खर्च करते हैं। खने पीने के मामले में तो पंजाबियों का कोई जवाब नहीं। पंजाबी शादियों में एक परंपरा बरसों से निभाई जा रही है। इसमें दूल्हा और दुल्हन की मां तथा भाभी मीलों दूर पैदल चल कर जाती हैं और घड़े में मंदिर का पानी भर कर लाती हैं। इस पानी को दूल्हा-दुल्हन के लिए शुभ माना जाता है। इसके अलावा दूल्हा और दुल्हन को शादी के कपड़े पहनने से पहले इस पानी से नहाना भी पड़ता है।

तो दोस्तों, हमें कमेंट करके बताएं कि इनमें से आपको किस शादी की परंपरा जानकर सबसे ज़्यादा हैरानी हुई। ऐसी ही और जानकारियों के लिए बने रहिए ग्लोबल केयर के साथ।

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