इन रेलवे स्टेशनों के नाम सुनकर लगेगा 440 वाट का झटका

नमस्कार दोस्तों। आपका बहुत-बहुत स्वागत है हमारी वेबसाइट पर। दोस्तों, जैसा कि आप सब जानते हैं, हंसना हमारे लिए बेहद जरूरी है। अगर हम लंबी उम्र तक जीना चाहते हैं तो हमें हमेशा छोटी-छोटी खुशियों के बहाने ढूंढने होंगे। तो गाइज़ आज हम आपके लिए लेकर आ गए हैं एक ऐसा ही हसाने और गुदगुदाने वाला टाॅपिक। इस पर चर्चा करने के बाद हमें यकीन है आप पेट पकड़-पकड़ कर हसने पर मजबूर हो जाएंगे। गांव तो आपने अपनी लाइफ में बहुत से देखे होंगे। आप में से ज़्यादातर लोग ऐसे भी होंगे जो कि गांव से ही होंगे। शहर में रहने वाले लोग जो किसी गांव से बिलाॅंग करते हैं,

उन्हें दिन रात एक ही ख्याल मन में आता होगा कि कब काम से फुरसत मिले और सीधा अपने गांव जाएं और वहां की मिट्टी की खुश्बू में खो जाएं। लेकिन आज हम आपको गांव की सुंदरता के बारे में नहीं बताने जा रहे हैं। दरअसल, हम तो आपको ऐसे गांवों के बारे में बताएंगे जिनके नाम अगर आपको मालूम चलेंगे तो आपकी हंसी बंद नहीं होने वाली है। कहो तो लिख कर दे दें स्टैम्प पेपर पर। ये नाम आपने पहले कभी नहीं सुने होंगे। हमें तो समझ नहीं आता, कि आखिर नाम रखने वाले को काउन सा कीड़ा काटा होगा यार, जो उसने ऐसा नाम रखा। चलिए कुछ गांवों के नामों की बात करते हैं जिनके नाम से यहां का रेलवे स्टेशन भी है।

1. बाप रेलवे स्टेशन

हमारी लिस्ट में सबसे पहले नंबर पर आता है ‘‘बाप’’ रेलवे स्टेशन। ये स्टेशन आपको राजस्थान के बीकानेर में देखने को मिलेगा। हा हा हा। जरूर इस रेलवे स्टेशन के नाम रखने वाले को उसके बाप ने बहुतै ज्यादा कूटा होगा। तभी तो उसने इस रेलवे इस्टेसन का नाम बाप रख दिया। अब जरा एक सेकेंड के लिए अपने दिमाग की बत्ती जलाइए और सोच कर देखिए, इमैजिन करिए कि क्या हो अगर आप इस रेलवे स्टेशन पर पहुंचें और आपको पता न चल रहा हो।

आपने अपने पड़ोसी से पूछा कौन सा रेलवे इस्टेशन है भाई। आपकी बगल की सीट पर बैठे व्यक्ति ने अगर कह दिया ‘बाप’। तो हो सकता है आपका लक मामा आपका साथ दे दे और रेलवे स्टेशन का नाम पूछने वाला व्यक्ति आप पर गुस्सा न हो। लेकिन अगर गलती से भी वो ईगो वाला निकला। तो बस समझो उसकी शामत आना तय। वो ये कहकर आपकी ओर एक बड़ा सा घूसा बढ़ाएगा और आपके चेहरे की जो दोनों खिड़कियां हैं न यानी आंखें, इनका तो राम नाम सत्य होना तय है बाई गाॅड। अब इसमें उस बेचारे की क्या गलती। वो तो रेलवे स्टेशन का नाम ही बोल रहा है। हां साहब। ये दुनिया अजब-गजब की। करे कोई और, भरे कोई और।

2. नाना रेलवे स्टेशन

सर्कस है भई सर्कस है। जी हां। ये दुनिया एक सर्कस ही तो है। यहां पर तो रेलवे स्टेशन से भी लोगों ने अपनी रिश्तेदारी निकाल ली। अब देखिए न, भला ये कौन सा नाम हुआ रेलवे स्टेशन का ‘नाना।‘’’ भई हमने आज तक लोगों को और खासकर बच्चों को ये कहते हुए सुना था कि नाना-नानी के घर जाना है। जैसे ही स्कूल की छुट्टी होती थी यानी समर या विंटर वकाशन बच्चे जिद की बंदूक तान कर माता-पिता के आगे खड़े हो जाते थे। कहते थे ‘‘नाना’’ के घर ले चलो। चलिए यहां तक तो ठीक था। लेकिन अगर किसी के नाना अल्ला मियां को प्यारे हो गए हों और बच्चा जिद कर रहा हो। तो आप को करना बस इतना है जनाब कि ले आइए उसको ‘‘नाना’’ के पास। यानी कि नाना रेलवे स्टेशन पर लाकर उसे पटक दीजिए। आपके ये वाले ‘‘नाना’’ आपको राजस्थान के अजमेर डिवीजन में मिल जाएंगे।

3. रानी रेलवे स्टेशन

फ्रेंड्स, अगर आपको अपने सपनों की रानी से मिलने की इच्छा हो रही है। आपके अंदर राजेश खन्ना जी की आत्मा आ जाती है और आप अगर सारा दिन यही गाना गुनगुनाते रहते हैं ‘‘मेरे सपनों की रानी कब आएगी तू’’। तो आपको बता दें आपके सपनों की रानी और कहीं मिले या न मिले लेकिन राजस्थान में जरूर मिल जाएगी। क्योंकि राजस्थान में ही है ‘‘रानी’’ रेलवे स्टेशन।

4. टीबी रेलवे स्टेशन

अरे दादा। हम ये का सुन रहे महाराज। इस नाम का भी स्टेशन होतो है क्या? जी हां। अब जो हम रेलवे स्टेशन का नाम आपको बताने जा रहे हैं उसे जानकर तो आप कहोगे ऐसा कैसे मुमकिन है। आप यही सोच रहे होंगे कि टीबी तो एक गंभीर बीमारी का नाम है। भला इस नाम का रेलवे स्टेशन कैसे हो सकता है। लेकिन राजस्थान के बीकानेर जिले में आपको ये करिश्मा भी देखने को मिल जाएगा। अब है तो है। क्या करिएगा।

5. बाढ़ रेलवे स्टेशन

बाढ़ का नाम सुनते ही आपको उत्तराखंड की वो घटना याद आ गई होगी जब वहां पर बाढ़ आई थी। या फिर कोई भी बाढ़ का सीन आपकी आंखों की डिबिया के आगे नादिन दिन्ना कर रहा होगा। लेकिन आप में से करीब 99 प्रतिशत लोग ऐसे होंगे दोस्तों, जो नहीं जानते होंगे कि बाढ़ नाम का भी कोई रेलवे स्टेशन हो सकता है। जी हां। ये बात 16 आने सच है। पहले जब हमने सुना तो हमें भी यकीन नहीं हुआ। फिर हमने अपने ‘‘गूगल चाचा’’ को पूछा क्या ये सही है? तो वो बोले हां बचुआ। ई सही है। बिहार के पटना सहर में चले जाओ। वहीं पर ‘‘बाढ़’’ रेवले स्टेशन मिल जाएगा। जाकर उसी में ढूब जाओ। बुड़बक कहीं का।

6. साली रेलवे स्टेशन

अब जिस रेलवे स्टेशन का हम आपको नाम बताने जा रहे हैं उसका नाम सुनकर आपको 440 वाॅट का झटका न लगे तो हमारा नम बदल दीजिएगा। अगर आपकी शादी हो चुकी है तो आप इस बात को अच्छे से समझते होंगे जनाब, कि शादी के समय और शादी के बाद साली का कितना अहम रोल होता है। मान लीजिए आपको आपकी साली से मिलने जाना है तो आपको अपने ससुराल जाना पड़ेगा। हम सही कह रहा हूं न? लेकिन अगर आप अपने ससुराल नहीं जाना चाहते तो आप ‘‘साली’’ रेलवे स्टेशन पर जाकर भी साली से मिलने की इच्छा पूरी कर सकते हैं।

अब जरा इमेजिनेशन की छड़ी को घुमाइए और सोच कर देखिए कि अगर आप ट्रेन में सफर कर रहे हैं और आपके सामने ऊपर की बर्थ पर एक महिला है। मान लीजिए ट्रेन साली रेलवे स्टेशन पर रुकी। उस महिला ने आप से पूछा कौन सा रेलवे स्टेशन है तो आपका बेहोश होना तय है। अगर नाम बताया तो भी और न बताया तो भी। सपोज़ कीजिए आपसे उस महिला ने जैसे ही पूछा कौन सा स्टेशन है आपके मुंह से तपाक से निकल जाए ‘‘साली।’’ फिर तो भइया आपको गाॅड अंकल भी नहीं बचा पाएंगे। जाहिर सी बात है। यह शब्द सुन कर उस महिला को क्या, किसी को भी लगेगा कि गाली है। जबकि आपकी इसमें क्या गलती कि उस स्टेशन का नाम ‘‘साली’’ है।

हमें यकीन है दोस्तों, आज आपका हसने का कोटा पूरा हो गया होगा। फिर मिलेंगे एक नई जानकारी के साथ। नमस्कार।

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