आईए जानें चाॅकलेट के ‘चाॅकलेटी’ फैक्ट्स

नमस्कार दोस्तों। आपका स्वागत है हमारी वेबसाइट पर। आज हम आपके लिए लेकर आए हैं एक और नई जानकारी। मै जनता हु, ये जानकारी लेने के बाद आपको 440 वाॅल्ट का शौक लग सकता है। दोस्तों, बचपन में आपके पेरेंट्स ने आपको जरूर कहा होगा कि ये काम कर लो तो चाॅकलेट देंगे। वो काम करके दिखाओ तब चाॅकलेट मिलेगी। ज़्यादातर ये तब होता था जब बच्चे शोर मचाते थे। तब मम्मी कहती थीं कि बेटा शोर नहीं मचाओगे तो आपको चाॅकलेट मिलेगी और वी बड़ी वाली। बस फिर क्या था। बच्चे झट से मान जाते थे। अगर बच्चे शैतानी करते थे तो उन्हें या तो डांट या कांग्रेय का चुनाव चिन्ह मिल जाता था यानी कि ‘चांटा’। फिर जो बच्चे रोना शुरू करते थे, ओ हो हो। पूरा घर सर पर उठा लेते थे। तब एक ही चीज़ उनके गुस्से को शांत करती थी और वो है बच्चों की फेवरेट चाॅकलेट।

दोस्तों, केवल बचपन ही नहीं, बड़े होकर भी हम चॉकलेट की ओर खिंचे चले जाते हैं। मान लीजिए आप कोई सामान लेने दुकान पर गए। आपने दुकानदार को 100 रुपए दिए, सामान हुआ 95 का। तो अब आप क्या करेंगे? करीब 80 परसेंट लोग यही कहंगे कि हमें पांच रुपए वाली चाॅकलेट दे दो। हालांकि वहां पर पेन या कोई अन्य सामान भी पड़ा होगा जो पांच रुपए में ही मिल रहा हो जैसे कि चिप्स, बिस्कुट आदि। लेकिन आपकी नजर और मन की डोर को अपनी ओर खींचने में चाॅक्लेट को कोई नहीं हरा सकता। दुनिया भर में आपको चॉकलेट के दीवाने मिल जाएंगे। बच्चे हो, या फिर बड़े, लड़के हों या लड़कियां सब चाॅकलेट की एक बाइट के लिए ललचाते रहते हैं। आपको अगर ये लगता है कि चाॅकलेट केवल खाने के लिए ही इस्तेमाल होती है तो अपने माइड को जरा रीफ्रेश कीजिए और हमारे साथ चलिए चाॅकलेट की अनोखी दुनिया में। हम आपको बताएंगे कि चाॅकलेट से ऐसी ऐसी चीज़ो बनाई जाती रही हैं जिनके बारे में आप सोच भी नहीं सकते। आईए जान लेते हैं इससे जुड़े कुछ रोचक तथ्य।

दांतों को रखती है स्वस्थ

बहुत बार पेरेंट्स अपने बच्चों को टोकते रहते हैं कि बच्चो ज्यादा चाॅकलेट मत खाया करो। दांत खराब हो जाएंगे। अरे जाओ जी, ये भी कोई बात हुई भला। हां नई तो।

चाॅकलेट खाने से अपने बच्चों को बिलकुल नहीं रोकना चाहिए। चाॅकलेट ही तो वो जादू की छड़ी है दोस्तों, जो दांतों को हेल्दी बनाती है। चाॅकलेट खाना हमारे दांतों के लिए फायदेमंद है।

साफ दांतों के लिए को फ्लोराइड से भी कहीं ज्यादा फायदेमंद चॉकलेट है।

चॉकलेट में कीड़े होना है जरूरी

हम जानते हैं यह पढ़ कर आपको अंदर से अजीब सा लग रहा होगा कि ये हम क्या कह रहे हैं। भला चाॅकलेट में भी कीड़ा होता है? लेकिन ये बिलकुल सच है।

औसतन एक चॉकलेट के बार में कम से कम 8 कीड़ों के हिस्से पाए जाते हैं। इतना होने पर भी चाॅकलेट को लोगों के लिए फायदेमंद माना जाता है। इसे खाने से कोई नुकसान नहीं होता है।

100 ग्राम चॉकलेट में अगर 60 कीड़ों के हिस्से पाए जाएं तब वो चाॅकलेट खाने लायक नहीं होती है।

कैश की जगह दी जाती है चॉकलेट

आपने कभी सोचा भी नहीं होगा दोस्तों कि एक ऐसा भी समय था जब चॉकलेटए कैश यानि की कंरेसी की तरह यूज़ की जाती थी। इंटरनेट पर मिली जानकारी के अनुसार, सबसे पहले माया सभ्यता के लोगों ने ही चॉकलेट की खोज की थी।

जब भी हम किसी से कोई सामान खरीदते हैं तो उसके बदले उसे रुपए देते हैं। लेकिन उस समय किसी से कुछ भी सामान खरीदना हो तो चॉकलेट को बनाने वाले कोको के दाने देने पड़ते थे। इसी को देकर कोई भी जरूरत का सामान लिया जा सकता था। क्यों लगा ना शौक?

बॉडी पेंट

आपको ये जानकर और भी ज्यादा हैरानी होगी दोस्तों, कि चाॅकलेट का इस्तेमाल बाॅडी पेंटिंग के लिए भी किया जाता है। बाॅडी पेंटिंग एक आर्ट होता है। यह हर किसी के बस की बात नहीं होती। चाॅकलेट को बाॅडी पेंट में यूज़ करने के पीछे एक कारण है।

दरअसल, चॉकलेट में हमारी स्किन को और भी ज्यादा निखारने के और हेल्दी बनाए रखने का गुण होता है। यही कारण है कि इसे स्किन पर लगाने से हमें नुकसान नहीं बल्कि फायदा ही मिलता है। कई जगह तो चाॅकलेट से स्पा यानी मसाज भी किया जाता है।

चॉकलेटी कपड़े

फ्रेंड्स, आपने अलग अलग डिजाइन के कपड़े देखे होंगे और पहने भी होंगे। जो लो अपनी लाइफ को फैशनेबल बनाना चाहते हैं वो अकसर यही चाहते हैं कि उनके कपड़े बिलकुल डिफरेंट हों। दूसरों से बिलकुल अलग। अगर अमीर घरों के बच्चों की बात करें तो एक बार अगर उन्होंने जिस कपड़े को पहन लिया तो दोबारा उसको हाथ भी नहीं लगाते हैं। उन्हें हर बार कुछ यूनीक कपड़ा पहनने की इच्छा होती है। क्या आपने कभी सोचा है

दोस्तों, कि क्या हो अगर आप अपने कपड़े को खा भी सकें। आप भी कहेंगे हम कितना झूठ बोलते हैं। लेकिन ये झूठ नहीं सच है। एक फैशन शो के दौरान कुछ फैशन डिजाइनरों ने चॉकलेट से बनी ड्रेस बना डाली थी। इतना ही नहीं, उस ड्रेस को पहनकर रैम्प पर डांस भी किया था। बाई गाॅड, कुछ लोग कितने क्रिएटिव होते हैं।

कार और एयरशिप चलाने के लिए

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जैसा कि आप सब जानते हैं कि पाॅल्यूशन आज बहुत बढ़ गया है। ऐसे में एक तरीका है जिससे इसको कंट्रोल किया जा सकता है। एक रिसर्च में पता चला है दोस्तों, कि जब एस्चेरीचिया कोलाई नाम का बैक्टीरिया चॉकलेट को खाता है तो जिस गैस को रिलीज़ करता है वो है हाइड्रोजन। इसी हाइड्रोजन को हम ऊर्जा के रूप में भी इस्तेमाल में ला सकते हैं। आप हैरान हो जाएंगे दोस्तों, चाॅकलेट से कोई गाड़ी भी चला सकता है। ये तो गजब की टेकनोलाॅजी है। क्योंकि चाॅकलेट से पैदा होने वाले इस ईंधन को यूज़ करके प्रदूषण पर काफी हद तक रोक लगाई जा सकती है।

                               

चॉकलेट परफ्यूम

दोस्तों, चॉकलेट को अलग-अलग स्थानों पर परफ्यूम बनाने के लिए भी प्रयोग में लाया जाता है। ऐसा इसीलिए है दोस्तों, क्योंकि चॉकलेट की महक किसी को भी मदहोश कर देती है।

यही कारण है कि परफ्यूम बनाने वाली ज्यादातर कम्पनियां चॉकलेट को परफ्यूम बनाने के लिए इस्तेमाल करती हैं।

चॉकलेट की नदी

आपने बहुत सी नदियां अपनी लाइफ में देखी होंगी। लेकिन क्या आपको पता है। वर्ष 1971 में एक ऐसी नदी भी होती थी जो आप कभी सपने में भी नहीं सोच सकते। वो नदी थी चॉकलेट की नदी।

हैरान कर देने वाला फैक्ट यह है कि इस चाॅकलेट की नदी को बनाने के लिए कम से कम 15, 000 गैलेन पानी में चाॅकलेट तथा क्रीम को मिलाया गया था। हालांकि क्रीम के मिश्रण के कारण वो नदी बहुत जल्द सड़ गई थी। इतना ही नहीं, उस नदी से बहुत ही गंदी वाली बदबू भी आने लगी थी।

सफेद चॉकलेट है नकली

दोस्तों, आप सभी ने कभी न कभी वाइट चाॅकलेट तो जरूर खाई होगी। दरअसल, ये वाइट चाॅकलेट असली नहीं होती है। हांए हमको झूठ बोला गया। रिसर्च के मुताबिक अगर किसी भी चाॅकलेट में कोको के दाने नहीं हैं तो वह चाॅकलेट की श्रेणी में आ ही नहीं सकती है।

लेकिन सफेद चॉकलेट में कोको नहीं बल्कि मक्खन मिलाया होता है। इसे चाॅकलेट सिर्फ इसीलिए कहा गया है क्योंकि इसमें 20 परसेंट कोको मक्खन होता है।

 

600 किलो के रजनीकांत

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यन्ना रास्कला, माइंड इट। ये डायलाॅग तो आप सब ने साउथ की फिल्म में सुना ही होगा। साउथ के अमिताभ बच्चन यानी रजनीकान्त के लिए चेन्नई में वर्ष 2016 में चॉक्लेट की 6 फुट की मूर्ति बनाई थी। इसका वजन था करीब 600 किलो। इस मूर्ति को बनाने का श्रेय जुका कैफे के श्रीनाथ बालाचंद्रन को जाता है। ये वही शख्स हैं जिन्होंने पूर्व राष्ट्रपति अब्दुल कलाम और महात्मा गांधी की लाइफ साइज़ चॉक्लेट की मूर्ति बनाई थी।

जुका ने लोगों से पूछा कि वे अब किसकी मूर्ति चाॅकलेट की देखना पसंद करेंगे। तब यकीन मानिए, 72 प्रतिशत लोगों ने कहा था रजनीकान्त की। जब रजनीकांत को फिल्म इंडस्ट्री में 40 वर्ष पूरे हो गए और उन्हें श्पद्म विभूषणश् से नवाजा गया, उसके बाद इस मूर्ति को केवल 2 हफ्ते में तैयार कर दिया गया था।

गाइज़, आप भी चाॅक्लेट को इंज्वाय करना बिलकुल भी न भूलें और ऐसी ही अमेजिंग फैक्ट्स के लिए बने रहिए हमारे साथ।

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